Pages

SEO Upadets in HINDI

क्या आप वेबसाइट बनाने कि सोच रहे या फिर पहले से ही बना चुके हैं। क्या आप जानते कि हमें वेबसाइट बनाने से पहले किन बातो को ध्यान रखना चाहिऐ। क्या आपकी वेबसाइट Search Engine Friendly है। आप सोच रहे होंगे कि आख़िर सर्च इंजन फ़्रेंडली किस बला का नाम है। इसका मतलब है "क्या आपकी वेबसाइट Search Engines like Google, Yahoo, MSN के नियमो (Algorithm) के अनुसार बनी है।" यदि नही तो आपको कुछ टिप्स जो कि नीचे दिए गए है उन्हें इस्तेमाल करके अपनी वेबसाइट को Search Enigne Freindly बनाना पड़ेगा। इस विधि से आपकी वेबसाइट सर्च इंजन में दिखाई देने लगती है। जब कोई user कोई सूचना कि तलास मॆं होता है और आपकी वेबसाइट उसे मिलती है तो आपकी वेबसाइट का promotion के साथ साथ वेबसाइट कि value भी बढती है।

कई बड़े और जानकर SEO के सुझावो को पड़ने के बाद मैंने महत्वपूर्ण और लाभदायक सुझावो को एकत्रित किया है। आइये जाने इन सुझावो को:
वेबसाइट का नाम यानी Domain name या URL साधारण और छोटा होना चाहिऐ जिसे आसानी से पढा जा सके और लोगो को याद हो सके। अगर आप SEO के नजर से देखे तो domain name में यदि केय्वोर्ड्स का इस्तेमाल करे तो ज्यादा लाभदायक होगा। उदाहरण के तोर पर मेरे ब्लोग का URL है http://seoupdatescenter.blogspot.com । यह उदाहरण एक साधारण नाम को प्रदर्शित करता है जो कि आसानी से किसी को भी याद हो सकता है और इसमे keywords का भी इस्तेमाल किया गया है। यह URL एक Search Engine Friendly वेबसाइट के नाम का उदाहरण है।
आप जिस keyword को टारगेट करना चाहते मतलब जिस भी keyword पर वेबसाइट कि ranking को हासिल करना चाहते है। उन keywords को अपनी वेबसाइट के संबंधित pages मॆं title tag मॆं डालें।
keywords को मिलाकर एक अच्छा सा मतलब निकलने वाला वाक्य बना कर Meta Description tag मॆं डालें। बड़े Search Engines Description tag को अपने Search results मॆं दिखाने के लिए इस्तेमाल करते है।
keywords को कोमा लगाकर Meta keyword tag मॆं डालें। लगभग सभी Search Engines keywords tag को भी इस्तेमाल करते है और वेबसाइट कि उपर के रेंक मॆं दिखाते है।
अपनी वेबसाइट पर अधिक से अधिक लेकिन संबंधित और लाभदायक सूचनाओ और लेखों को प्रसूत करें। आपका लेख अपना होना चाहिऐ कहेन का मतलब किसी वेबसाइट का चुराया हुआ न हो वर्ना आपको दो परेसानियो का सामना करना पड़ेगा एक copyright और दूसरा copied content। इस टर्म के बारे मॆं बाद में बताया जायगा.

अपनी वेबसाइट पर एक Sitemap या फिर एक Directory Structure बनाए जिससे Web Crawler और user दोनो आसानी से वेबसाइट के किसी भी link और पेज तक पहुंच सके।
Previous
Next Post »